CBSE 2025 से दो बार होंगे बोर्ड एग्जाम, जानिए पूरी जानकारी
CBSE (Central Board of Secondary Education) ने 2025 से 10वीं और 12वीं कक्षा के बोर्ड परीक्षाओं को साल में दो बार आयोजित करने का ऐलान कर दिया है। यह फैसला छात्रों को बेहतर अवसर देने और परीक्षा के बोझ को कम करने के उद्देश्य से लिया गया है।
क्यों लिया गया यह फैसला?
NEP 2020 (नई शिक्षा नीति) के तहत अब छात्रों को एक से ज्यादा अवसर दिए जाएंगे ताकि वे अपनी क्षमता अनुसार बेहतर प्रदर्शन कर सकें। दो बार परीक्षा कराने से छात्र को एक बार खराब प्रदर्शन के बाद सुधार का मौका मिलेगा।
कब होंगे ये दो एग्जाम?
- पहली परीक्षा: नवंबर – दिसंबर 2025
- दूसरी परीक्षा: मार्च – अप्रैल 2026
छात्र दोनों में से बेहतर स्कोर को फाइनल रिजल्ट में शामिल करवा सकते हैं।
स्टूडेंट्स की क्या है प्रतिक्रिया?
🔹 “अभी एक ही बोर्ड एग्जाम से डर लगता था, अब दो बार देंगे!” – अंशिका, 10वीं छात्रा
🔹 “शायद ये अच्छा है, अब एक मौका और मिलेगा सुधार का।” – विवेक, 12वीं छात्र
फायदे और नुकसान:
फायदे:
✅ स्टूडेंट्स को मिलेगा सुधार का मौका
✅ तनाव होगा कम
✅ रिजल्ट अधिक सटीक होंगे
नुकसान:
❌ सालभर तैयारी का दबाव
❌ कोचिंग व स्कूल पर अतिरिक्त बोझ
❌ समय प्रबंधन की समस्या
स्कूल क्या कर रहे हैं तैयारी में?
CBSE से संबद्ध स्कूलों ने तैयारी शुरू कर दी है। कई स्कूलों ने सिलेबस को दो भागों में बांटना शुरू कर दिया है ताकि दोनों एग्जाम की तैयारी बराबरी से हो सके।
माता-पिता क्या कह रहे हैं?
अभिभावकों का कहना है कि यह बदलाव सही दिशा में कदम है, लेकिन इससे बच्चों पर सालभर परीक्षा का दबाव बना रहेगा।
निष्कर्ष:
CBSE 2025 से बोर्ड परीक्षा में बदलाव छात्रों के लिए एक नई चुनौती और अवसर दोनों लेकर आया है। अब सिर्फ एक मौका नहीं, बल्कि दो बार खुद को साबित करने का मौका मिलेगा।
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