अहमदाबाद, 12 जून 2025 — अहमदाबाद के मेघाणी क्षेत्र में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के क्रैश के बाद, भारत की विमानन सुरक्षा संस्था DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। हादसे का कारण जानने के लिए ब्लैक बॉक्स (Flight Data Recorder और Cockpit Voice Recorder) को विशेष लैब में भेजा गया है।
📦 ब्लैक बॉक्स क्या है और क्यों है जरूरी?
ब्लैक बॉक्स में दो डिवाइस होती हैं:
- Cockpit Voice Recorder (CVR): जो पायलट और क्रू के बीच हुई बातचीत को रिकॉर्ड करता है।
- Flight Data Recorder (FDR): जो फ्लाइट के तकनीकी आंकड़े जैसे स्पीड, अल्टीट्यूड, इंजन परफॉर्मेंस आदि रिकॉर्ड करता है।
इन्हीं रिकॉर्ड्स के ज़रिए यह पता लगाया जाएगा कि दुर्घटना से पहले क्या तकनीकी खामी या मानवीय त्रुटि हुई।

🛩️ DGCA टीम मौके पर
- DGCA की पांच सदस्यीय विशेष टीम को तुरंत अहमदाबाद रवाना किया गया।
- टीम ने क्रैश साइट का निरीक्षण किया और विमान के मलबे को जांच के लिए संरक्षित किया।
- पायलट के ट्रेनिंग रिकॉर्ड, मेंटेनेंस लॉग्स और एटीसी कम्युनिकेशन को भी जांच में शामिल किया गया है।
🔍 किस एंगल से हो रही जांच?
- तकनीकी खामी – क्या इंजन या फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम में कोई फॉल्ट था?
- मानवीय भूल – क्या पायलट या ग्राउंड स्टाफ से कोई गलती हुई?
- मौसम संबंधी कारण – क्या तेज़ हवा या मौसम ने उड़ान को प्रभावित किया?
- बाहरी हस्तक्षेप – किसी प्रकार की सुरक्षा चूक या बाहरी तत्व की भूमिका?
📢 एयर इंडिया का बयान
“हम DGCA की जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं। यात्रियों की जान की कीमत हमारे लिए सबसे ऊपर है। जैसे ही रिपोर्ट आएगी, हम सार्वजनिक रूप से साझा करेंगे।”
🗓️ रिपोर्ट कब तक?
प्राथमिक रिपोर्ट 7 दिनों में, और अंतिम विस्तृत रिपोर्ट 30 दिनों में आने की उम्मीद है।
📌 निष्कर्ष
ब्लैक बॉक्स की जांच से हादसे की असली वजह का पता चलेगा। यह रिपोर्ट ना केवल वर्तमान मामले के लिए अहम है, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए भी महत्वपूर्ण है।