महिला एवं बाल विकास विभाग (WCD) के तहत देशभर में आंगनबाड़ी केंद्र चलाए जाते हैं। यहां लाखों महिलाएं सुपरवाइजर, वर्कर, सहायिका और आशा कार्यकर्ता के रूप में कार्यरत हैं। अब इन महिलाओं के लिए खुशखबरी है क्योंकि Anganwadi Workers Salary Hike 2025 के तहत गुजरात हाईकोर्ट ने उनके वेतनमान में बड़ी बढ़ोतरी का ऐलान किया है।
Anganwadi Salary Hike 2025 Latest Update
गुजरात में आंगनबाड़ी सहायिका को पहले सिर्फ 5,500 रुपये और कार्यकर्ता को 10,000 रुपये तक मासिक वेतन मिलता था। लेकिन महिलाओं की मांग और अदालत में दायर याचिकाओं को देखते हुए अप्रैल 2025 में बड़ा फैसला लिया गया।
अब नए वेतनमान इस प्रकार होंगे:
- सहायिका वेतन – ₹20,300 प्रति माह
- कार्यकर्ता वेतन – ₹24,800 प्रति माह
आंगनबाड़ी वर्कर सैलरी क्यों बढ़ाई गई?
- महिलाओं की आर्थिक स्थिति और संतुष्टि को देखते हुए
- उनके कार्यभार और जिम्मेदारियों के अनुसार
- परिवार की जरूरतें पूरी करने में मदद के लिए
- समाज में महिला कर्मचारियों को सम्मान दिलाने के लिए
Anganwadi New Salary Gujarat से होगा फायदा
इस फैसले से आंगनबाड़ी वर्कर और सहायिकाएं महंगाई के दौर में आसानी से अपने परिवार की जरूरतें पूरी कर पाएंगी।
- महिलाओं को आर्थिक मजबूती मिलेगी।
- काम के प्रति मनोबल और लगाव बढ़ेगा।
- समाज में उन्हें ज्यादा सम्मान और गरिमा प्राप्त होगी।
Anganwadi Salary Hike 2025 Overview
विभाग का नाम | महिला एवं बाल विकास विभाग |
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आर्टिकल का नाम | Anganwadi Workers Salary Hike 2025 |
फैसला कब हुआ | अप्रैल 2025 |
पद | सुपरवाइजर, वर्कर, सहायिका, आशा कार्यकर्ता |
पुराना वेतनमान | ₹5,500 – ₹10,000 |
नया वेतनमान (सहायिका) | ₹20,300 |
नया वेतनमान (कार्यकर्ता) | ₹24,800 |
आधिकारिक वेबसाइट | wcd.gujarat.gov.in |
FAQs – Anganwadi Workers Salary Hike 2025
Q. आंगनबाड़ी वर्कर सैलरी बढ़ाने का फैसला कब हुआ?
अप्रैल 2025 में गुजरात हाईकोर्ट ने यह फैसला लिया।
Q. गुजरात में कितनी महिलाएं आंगनबाड़ी में काम कर रही हैं?
2025 के आंकड़ों के अनुसार लगभग 1 लाख महिलाएं कार्यरत हैं।
Q. Anganwadi New Salary Gujarat की पूरी जानकारी कहां मिलेगी?
इसके लिए गुजरात महिला एवं बाल विकास विभाग की आधिकारिक वेबसाइट देख सकते हैं।
👉 निष्कर्ष: Gujarat High Court के इस फैसले से आंगनबाड़ी वर्कर और सहायिकाओं की जिंदगी में बड़ा बदलाव आने वाला है। अब वे न सिर्फ अपनी और परिवार की जरूरतें पूरी कर पाएंगी बल्कि समाज में भी सम्मानजनक जीवन जी सकेंगी।